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Childhood Diseases

लार टपकने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Salvation ]

मर्क सोल 30 — सैलाइवा से मुंह तर रहता है, फिर भी प्यास बहुत ज्यादा लगती है। सैलाइवा का बहुत अधिक बढ़ जाना इस औषधि का प्रमुख लक्षण है। पल्सेटिला 30 — सैलाइवा बहुत अधिक मात्रा में निकलता है। जैबोरेंडी 3 — बहुत अधिक पसीना आना तथा खूब लार…
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रोशनी न सह सकने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Photophobia ]

युफ्रेशिया 6 — किसी प्रकार की रोशनी को सहन न कर सकना, मोमबत्ती की रोशनी भी सहन न करना; आंखों से लगातार पानी बही करता है, यह इस औषधि की विशेषता है। रस-टॉक्स 30 — रोशनी को बिल्कुल बर्दाश्त न करना, रात को भी आंख न खोल पाना, आंखें सूज जाती…
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त्वचा पर छाले का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Pemphigus ]

मैनसिनेल्ला 6 — त्वचा पर बहुत छोटे-छोटे छाले हो जाना, जिनमें से चिपचिपा स्राव निकल कर पपड़ियां-सी बन जाएं। त्वचा पर ऐसे छाले जो गरम पानी या गरम चाय इत्यादि के छींटे पड़ जाने से उत्पन्न हो जाते हैं। उनमें यह औषधि उपयोगी है। कैलथा (मूल-अर्क)…
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श्वास में बदबू आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Bad Breath ]

ऑरम मेट 6, 30 — नाक से सड़ांध की बू आना; नाक और मुंह से बड़ी भयंकर बू आने में यह औषधि प्रयोग करनी चाहिए। पायरोजेन 20 — श्वास से सड़े-गले की-सी बू आना। आर्निका 3 — साधारण रूप-से श्वास से गंध आने में इसका प्रयोग किया जाता है। नक्सवोमिका 30…
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शरीर से गंध आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Body Odor ]

कभी-कभी शरीर से ऐसी गंध आती है, जो पानी से स्नान आदि करने से भी नहीं जाती, तब यह औषधियां प्रयोग की जाती हैं। फास्फोरस 30 — रोगी बच्चे के शरीर और पसीने से बदबूदार गंध आती है, उसे स्वयं नाक में लहसुन की-सी गंध का अनुभव होता है। कैल्केरिया…
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रात में पसीना आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Night Sweats ]

कैल्केरिया कार्ब 6x — बच्चे को रात में बहुत पसीना आता है, विशेषकर सिर, गरदन और छाती पर। बच्चे का सारा तकिया पसीने से भीग जाता है। यदि रोगी बच्चे को किसी अंग-विशेष में या सारे शरीर में पसीना आए, ग्रंथियां सूज जाएं, तो यह औषधि उपयोगी है।…
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जन्म चिह्न का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Birthmark ]

बहुत-से बच्चों के जन्म से ही कुछ चिह्न, जैसे मस्से, तिल आदि पाए जाते हैं। इनसे कोई हानि नहीं होती। अनेक बच्चों के जन्म-चिह्न शिरा-प्रणालिकाओं के होते हैं। इनका कहीं गूमड़-सा बन जाता है। ऐसे चिों में अग्रलिखित औषधियां उपयोगी हैं फ्लोरिक…
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बच्चों के बढ़ने का दर्द का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Growing Pains ]

जब बालक या बालिकाओं का शरीर बढ़ने लगता है, तब उनके अंगों में-कभी जांघ में, कभी टांगों में और कभी अन्य अंग में बढ़न का दर्द हुआ करता है। इसे वात-व्याधि का दर्द समझकर चिकित्सा करनी चाहिए। इसमें कैल्केरिया फॉस 3x बहुत अच्छा काम करती है।
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सुखंडी रोग का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Marasmus Diseases ]

कुछ भी अच्छी तरह से न पचने के कारण बच्चे का शरीर सूखता जाए, तो समझना चाहिए कि उसे सुखंडी (सूखे का) रोग हो गया है। एब्रोटेनम 30 — बच्चा खाता-पीता भरपूर हो, फिर भी उसका शरीर सूखता जाए। आयोडियम 30 — सारा शरीर सूख जाती है, मुंह पर झुर्रियां…
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मस्तिष्क में शोथ का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Hydrocephalus ]

पैदा होने से लेकर 1 वर्ष के भीतर मस्तिष्क में शोथ हो सकता है। यह रोग आठ-दस वर्ष की आयु तक रह सकता है; बच्चा मां का दूध मजे में पीता है, किंतु दुबला होता जाता है; धीरे-धीरे उसका सिर बड़ा होने लगता है। बच्चा बूढ़े की तरह दिखाई देने लगता है और…
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