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Female Diseases

जरायु की स्थान-च्युति का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Displacement of the Uterus ]

प्रायः प्रसव के बाद जरायु-संबंधी दो प्रकार के कष्ट हो जाया करते हैं-(1) जरायु की स्थान-च्युति (जरायु का अपने स्थान से हट जाना), (2) जरायु का लटक कर योनि तक अथवा योनि से बाहर तक आ जाना। इसमें निम्न औषधियां लाभ करती हैं एलो 3 — प्रसव के बाद…
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प्रसव बाद के दर्द का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Postpartum Pain ]

स्ट्रौन्टियम कार्ब 3 — यदि बच्चा सिजेरियन हुआ है, जिस कारण स्त्री कमजोर हो गई हो। सिजेरियन डिलिवरी के बाद दर्द आदि जो कष्ट होते हैं, उनमें यह अत्यंत उपयोगी औषधि है। पल्सेटिला 30 — प्रसव के बाद यदि दर्द बार-बार तो न हो, किंतु जब हो, तब देर…
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प्रसव के बाद अधिक रक्तस्राव का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Postpartum Bleeding Or…

कैमोमिला 30 — यदि प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के साथ ऐसी तीव्र पीड़ा हो, जैसी प्रसव के समय होती है, तब यह औषधि उपयोगी है। बेलाडोना 30 — प्रसव के बाद रक्त का बहाव बढ़ जाए और जननांगों पर बोझ पड़ता महसूस हो, पीठ में तेज दर्द हो, चेहरा लाल…
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प्रसव बाद अधिक स्राव बहे का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Profuse Discharge After…

चायना 30 — यदि स्राव पनीला हो, रक्त-मिश्रित, रक्त के थक्के हों और नाभि-प्रदेश से नीचे की तरफ बोझ महसूस हो, तब यह औषधि उपयोगी है। बेलाडोना 6, 30 — यदि स्राव देर तक बना रहे, पतला और बदबूदार हो। क्रोकस 30 — यदि स्राव अधिक बहे, कई दिनों तक…
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प्रसव के बाद मैला पानी न निकलने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Suppressed Lochia ]

प्रसव के बाद तथा नारबेल निकल जाने के बाद आमतौर पर जरायु (गर्भाशय) से 10-12 दिन तक मैला पानी निकला करता है। पहले कुछ दिन इसमें रक्त होता है, उसके बाद पांचवें दिन यह पीला हो जाता है, फिर दुधैला-सफेद हो जाता है। साधारणतः यदि सब कुछ ठीक से चले…
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बच्चे को जन्म देने के बाद नारबेल (नाल) का ना निकलने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For…

प्रसव यानी बच्चा पैदा होने के बाद प्रायः वह झिल्ली निकलती है, जिसमें स्त्री के पेट में रहने के समय बच्चा लिपटा रहता है, वह झिल्ली "नारबेल" कहलाती है। बच्चा बाहर आने के बाद स्वाभाविक अवस्था में इस नारबेल का निकलना बहुत आवश्यक है। यदि यह न…
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प्रसव बाद की अवस्था का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For After Labor ]

प्रसव हो जाने के बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखना बंहुत जरूरी होता है, जैसे नारबेल का न निकलना, मैला पानी का बाहर न आना, प्रसव के बाद दर्द का होना, अधिक रक्त का जानी, गर्भाशय की स्थान-च्युति, प्रसवोपरांत सूतिका-ज्वर तथा प्रसव के बाद बाल…
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गर्भावस्था के दौरान वास्तविक दर्द होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Real Pain…

प्रसव के समय वास्तविक दर्द आरंभ होने में निम्न औषधियां उपयोगी हैं कैलि फॉस 6x — प्रसव के दर्द को तीव्र करने के लिए इस औषधि का व्यवहार किया जाता है। इसके प्रयोग से दर्द जारी होकर शीघ्र ही बच्चा पैदा हो जाता है। 12 मात्राएं ही दें।…
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गर्भावस्था के दौरान झूठे दर्द होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Remedies For False Pains during…

कभी-कभी प्रसव के निश्चित समय से पहले झूठे दर्द होने लगते हैं। इन झूठे या नकली दर्दो को कारण जरायु के मुख की कठोरता हो सकता है। कॉलोफाइलम 3 — प्रसव-काल में जब दर्द पूर्ण बल से नहीं होते, अर्थात अधूरे होते हैं, तब यह औषधि लाभ करती है। किंतु…
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गर्भावस्था में डर या आतंक का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Fear or Fright ]

कभी-कभी गर्भवती स्त्री एक अनजाने भय से ग्रस्त हो जाती है। वह अकारण ही आतंकित हो जाती है, आशंकाएं उसे घेरे रहती हैं। भय और आतंक से जलन, चुभन और काटने वाला दर्द हो जाता है। भय का कारण उसकी मानसिक उत्तेजना भी हो सकती है। फास्फोरस 200 —…
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