भूख न लगने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Anorexia ]

1,668

भूख का न लगना या भोजन करते ही पुनः भूख लग जाना, इसमें निम्न औषधियां लाभ करती है। इन्हें लक्षणानुसार प्रयोग करना चाहिए।

इग्नेशिया 200 — खाने की वस्तुओं के लिए अरुचि का न होना, किंतु फिर भी खाने-पीने के लिए भूख का सर्वथा अभाव रहना; इस औषधि में इस प्रकार के विरोधी-लक्षण पाए जाते हैं। इस औषधि के सेवन से खाने या न खाने में तालमेल बैठ जाता है और फिर सब कुछ ठीक-ठाक चलने लगता है। व्यक्ति न खाने से निरुत्साहित नहीं होता और न ही खाने से उत्साहित होता है।

रस-टॉक्स 30, 200 — कोई भी स्वादिष्ट और मनभावन खाने की वस्तु सामने रखी हो, फिर भी उसे खाने की इच्छा न हो, तो यह औषधि उपयोगी है।

जेन्टियाना लुटियाना (मूल-अर्क) — कभी-कभी किसी रोग के बाद भूख मारी जाती है और कुछ भी खाने की इच्छा नहीं होती। यदि खाना खाने से पहले इस औषधि की 5 बूंद पानी में डालकर सेवन कर ली जाएं, तो भूख बहुत जोर की और खुलकर लगती है।

चायना 200 — इस औषधि का विलक्षण लक्षण है, भूख का बिल्कुल भी न लगना अथवा भोजन करते ही भूख का लौट आना।

लाइकोपोडियम 30 — बहुत थोड़ा खाने पर भी पेट भरा-भरा-सा प्रतीत होता है। हमेशा कुछ मीठा खाने की इच्छा होती है। रोगी गरमागरम भोजन करना चाहता और पानी भी गरम पीने की ही इच्छा रखता है। पेट में वायु भरी रहने के कारण पेट भरा हुआ लगता है।

नक्सवोमिका 30, 200 — मुंह का स्वाद बेहद कड़वा रहता है, जिह्म भी कुछ पीली-सी दिखाई देती है; भूख बिल्कुल नहीं लगती। इस औषधि के प्रयोग से भूख जाग जाती है।

Comments are closed.