नाक बंद हो जाने वाला खुश्क जुकाम का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Dry Catarrh ]

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नक्सवोमिका 6, 30 — यदि रोगी शीत-प्रकृति का हो और जुकाम के कारण उसकी नाक बार-बार बंद हो जाती हो, जिस कारण उसके माथे में दर्द हो जाता हो, तब इस औषधि से उसे लाभ होता है।

स्टिक्टा 6 — नाक की जड़ में भारीपन बना रहता है, फिर भी नाक भीतर से खुश्क रहती है। नाक को बार-बार सिनकने की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन निकलता कुछ भी नहीं है, तब इस औषधि की आवश्यकता पड़ती है।

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