मानसिक समस्या का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Mental Problem ]

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प्रायः हर प्रकार की परेशानी, चिंता और कष्ट मानसिक समस्या ही है। यह समस्या कभी-कभी व्यक्ति को बहुत पीड़ित करती है। बहुत से लोग इस समस्या से कभी उबर ही नहीं पाते हैं। इससे उनके स्वभाव में भी परिवर्तन आ जाता है।

नैट्रम म्यूर 30 — यह औषधि मानसिक समस्या का निदान करती है। इसके रोगी के सिर पर हमेशा एक भार-सा पड़ा रहता है। मन से बह उदास रहता है। उसे अनायास ही रोना आ जाता है, वह दुबला और चिड़चिड़ा होता है। सहानुभूति प्रकट करने वालों से वह चिड़ जाता है और कभी-कभी उसे क्रोध भी आ जाता है, तब यह औषधि लाभ करती है।

इग्नेशिया 30, 200 — रोगी का परस्पर विरोधी भावना से मूड बदलता रहता है। कभी हंसना, कभी रोना, हिस्टीरिया जैसे ये लक्षण इसमें पाए जाते हैं। रोगी रोना चाहता है और एकांत में बैठा अपने कष्ट, अपनी समस्या में गमगीन रहा करता है। मानसिक समस्या के दुष्परिणामों के लिए यह प्रधान औषधि है। इसमें मानसिक उद्वेग का भाव मुख्य रहता है।

मैग्नेशियो कार्ब 200 — व्यक्ति को व्यावसायिक अथवा पारिवारिक समस्याओं के साथ-साथ अपनी शारीरिक समस्याओं से भी जूझना पड़ता है। एक प्रसिद्ध होम्योपैथ का कथन है कि मानसिक आघात, मानसिक-बेचैनी के परिणामस्वरूप जो समस्या हो, उसके लिए यह औषधि प्रति 4 घंटे के अंतर से दी जानी चाहिए।

फास्फोरिक एसिड 3x — बच्चों को जब किसी हॉस्टल में भेज दिया जाता है, तब वे माता-पिता को याद करते हैं, आंसू बहाते हैं; पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता, भोजन से अरुचि हो जाती है, वे मानसिक रूप से ग्रस्त हो जाते हैं। रोगी का जीवन के प्रति उत्साह मिट जाता है, हतोत्साहित रहता है, प्रेम आदि में निराशा मिले, तब इस औषधि से लाभ होता है।

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