हर समय नींद सी आते रहने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Sleepiness (Narcolepsy) ]

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इसमें व्यक्ति चाहे जितना भी सो ले, फिर भी उसे निद्रा के झोंके आते ही रहते हैं, उसे पुनः सोने की इच्छा बनी रहती है।

इनडौल 6 — निद्रा के झोंके आना या सोने की लगातार इच्छा बने रहना, समय कोई भी हो। इसमें यह लाभकारी है।

नक्स मौस्केटा 30 — इसमें भी लगातार सोने की इच्छा बनी रहती है। दिन में भी निद्रा के झोंके आते रहते हैं। पढ़ते, काम करते समय भी निद्रालुता उत्पन्न हो जाती है। रोगी सपने देखने में मस्त रहता है। यह औषधि कुंभकर्णी निद्रा के साथ ही मोहनिद्रा में भी उपयोगी है।

इथूजा 30 — रोगी मल-त्याग या वमन के बाद निद्रालीन हो जाता है। छोटा बच्चा भी माता का दूध पीने अथवा दूध का वमन करने के बाद निद्रा में चला जाता है।

साइक्लेमेन 3 — रात में भरपूर निद्रा लेना और दिन में आलस्य का रहना तथा निद्रा के झोंके आते रहने में यह उपयोगी औषधि है।

लाइकोपोडियम 30 — रात्रि में भोजन करते हुए ही निद्रा के झोंकों का आना और भोजन करते ही पड़कर सो जाने में यह औषधि लाभप्रद है।

फास्फोरस 30 — रात्रि में सोने की कोशिश करने पर भी निद्रा का न आना और दिन में निद्रा के झोंके आते रहना।।

एण्टिम टार्ट 6 — रोगी निद्रा के झोंकों में रहता है। यदि तंद्रालु होता है, तो तंद्रालुता में कमजोरी और अधिक पसीना भी आता है। सोने की लगातार इच्छा रहती है। यदि किसी रोग के कारण ऐसा हो, तो इस औषधि से लाभ होता है।

सिन्नेबेरिस 3x — रात्रि में निद्रा का न आना और दिन में निद्रालीन रहना।

ओपियम 30 — रात में बहुत गहरी निद्रा लेना, किंतु दिन में भी निद्रा के झोंके लेते रहना।

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