कमर दर्द हरकत से बढ़ता और पड़े रहने से घटता है का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Waist Pain Increase on Moving and Reduce on Laying Down ]

920

नैट्रम म्यूर 30, 200 — रोगी किसी सख्त चीज पर पट्ट लेटना चाहता है, उसी से उसे राहत मिलती है, पीठ पर कुछ दबाव पड़े, तभी उसे आराम मिलता है। पीठ में ऐसा दर्द होता है मानो वह टूटी जा रही है। इस औषधि को कमर-दर्द में लेते रहने से रोगी को आराम मिलता है।

कैलि कार्ब 30 — यदि किसी रोगी को कमर-दर्द, कमजोरी और पसीना-ये तीन लक्षण एक साथ दिखें, तो इस औषधि के सिवाय कोई दूसरी औषधि देने की आवश्यकता नहीं होगी। गर्भवती स्त्रियों को जब कमर में कमजोरी और दर्द महसूस हो, तब यह औषधि उपयोगी है।

नक्सवोमिका 6, 30 — इस औषधि का कमर दर्द का रोगी खड़ा नहीं रह सकता। रोगी बैठ भी नहीं सकता, बैठने में भी दर्द होता है, लेटा रहना चाहता है। प्रायः रात को बिस्तर में लेटे-लेटे कमर-दर्द हुआ करता है, करवट बदलने के लिए उठकर बैठना पड़ता है। हरकत में जितना दर्द होता है, उतना लेटे रहने में नहीं होता। युवाओं के कमर-दर्द में भी यह उपयोगी है।

ब्रायोनिया 200 — कमर-दर्द आराम से पड़े रहने पर तो नहीं होता, किंतु जरा-सी हरकत से ही होने लगता है। गठिया में भी हरकत से दर्द का बढ़ना इसका लक्षण है। यह औषधि दें।

Comments are closed.