दिमागी कमजोरी का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Mental Weakness ]

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मस्तिष्क को भरपूर पोषण न मिलने के कारण भी मस्तिष्क की कमजोरी हो सकती है और कुछ बच्चों या युवाओं में यह जन्मजात भी होती है। बहरहाल। मस्तिष्क की कमजोरी किसी भी कारण से हो, निम्न औषधियां उसमें भरपूर लाभ करती हैं

पिकरिक एसिड 3, 6 — बहुत से विद्यार्थियों को परीक्षा के निमित्त दिन-रात परिश्रम करने के बाद मस्तिष्क में थकावट हो जाती है और इस थकावट से उसे परीक्षा में फेल होने का भय सालता रहता है। यह औषधि मस्तिष्क की थकावट को दूर करने वाली है।

इथूजा 6, 30 — मानसिक कमजोरी और थकावट के लिए यह भी उत्तम औषधि मानी जाती है। जब मस्तिष्क बहुत थक जाता है, तो वह कुछ अधिक सोच नहीं पाता है। प्रायः भयभीत लोगों की भी मस्तिष्क-शक्ति कमजोर हो जाती है। इस औषधि की कुछ मात्राएं ही इस कमजोरी को दूर कर देती हैं।

एसिड फॉस 1 — पहले मस्तिष्क की कमजोरी शुरू होती है, फिर शारीरिक कमजोरी हो जाती है। अधिक समय तक रोगी रहने के कारण से भी यह कमजोरी आ जाती है, जो शोक-दुख से टूट जाते हैं, अधिक वीर्यक्षय के कारण निर्बल हो जाते हैं, उनके लिए यह एक सर्वोत्तम औषधि है।

ऐनाकार्डियम 6 — स्मृति-क्षीण हो जाए, मस्तिष्क कमजोर हो जाए, मन थका-मांदा सा रहे, कुछ स्मरण न रहे, इंद्रियां शिथिल हो जाएं; शरीर ढीला और मस्तिष्क अशांत रहे, तब और वृद्धावस्था की मस्तिष्क की कमजोरी में यह औषधि लाभप्रद है।

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