जिह्वा का अल्सर का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Ulceration of The Tongue ]

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नाइट्रिक एसिड 6 — काली खांसी में जिह्वा के नीचे अल्सर हो जाने पर यह औषधि दें।

ग्रैफाइटिस 30 — एक ऐसा गंदा और बदबूदार अल्सर, जो ठीक होने में न आए और जिस कारण मुंह से बड़ी गंध आती हो, तब इसका प्रयोग करें। इसका शीघ्र प्रभाव पड़ता है।

म्यूरियेटिक एसिड 6, 30 — यदि जिह्वा पर बार-बार अल्सर हो जाए, जिह्वा कड़ी पड़ जाए, वह बहुत सूज जाए, इन लक्षणों में यह औषधि बहुत अधिक उपयोगी है।

लाइकोपोडियम 30 — जिह्मा के नीचे अल्सर हो जाने पर इस औषधि का सेवन कराएं।

मर्क सोल 30 — यदि जिह्वा पर उपदंश का प्रभाव ही, इस कारण पक्षाघात के हो जाने पर इस औषधि का प्रयोग करना आवश्यक हो जाता है।

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