गले में घाव का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Wound in Throat ]

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कैलि बाईक्रोम 3x, 30 — गले में किसी भी प्रकार के व्रण, जख्म और आघात में इस औषधि से लाभ होता है।

फाइटोलैक्का लोशन — इस औषधि के लोशन से गरारे करने का विधान है। लोशन बनाने के लिए आधा गिलास पानी में इसके मूल-अर्क की 5 बूंद डालकर हिलाएं और उससे नित्य 3-4 बार गरारे करें। कुछ ही दिनों में व्रण आदि से मुक्ति मिल जाएगी।

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