Jaanu Chakramay Banaane ki Kriya Method and Benefits In Hindi
जानु चक्रमय बनाने की क्रिया
सामने की तरफ दोनों पैरों को फैलाकर बैठे। चूँकि हाथों से जंघा को पकड़कर घुटने से आगे के हिस्से को घुमाना है अतः दाहिनी जाँघ को दोनों हाथों से पकड़कर उदर प्रदेश के पास लाये या दाहिने जाँघ के नीचे से भुजाओं को निकालकर एक दूसरे पंजे से कुहनियाँ पकड़ ले एवं उदर प्रदेश से जंघा को सटाते हुए पंजे को ऊपर की तरफ़ उठाएँ और घुटने एवं घुटने से निचले हिस्से को 10 बार दाएँ से बाएँ वृत्ताकार घुमाएँ तथा 10 बार बाएँ से दाएँ वृत्ताकार घुमाएँ। अब यही क्रिया बाएँ पैर से करें।
श्वासक्रम: पैरों को ऊपर ले जाते समय श्वास लें एवं नीचे लाते समय श्वास छोड़े।
ध्यान: घुटने की निरोगता हेतु।
लाभ
- गठिया जैसी बीमारियों से निजात दिलाता है।
- घुटने के जोड़ को मज़बूती प्रदान करता है और दर्द से राहत दिलाता है।
- जमे हुए रक्त को विनियमित करता है।
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