Jangha Shakti Vikasak Kriya Method and Benefits In Hindi

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जानु शक्ति विकासक क्रिया

विधि

समावस्था में खड़े रहें। श्वास खींचते हुए बाएँ पैर की एड़ी को ऊपर उठाकर नितम्ब से स्पर्श करें। श्वास छोड़कर पैर को जैसे फुटबॉल में किक मारते हैं, वैसे सामने फेकें। इसी विधि को दाहिने पैर से भी करें। यह क्रिया 10 बार करें।

लाभ

जोड़ों का दर्द मिटता है। गठिया की बीमारी ठीक होती है। कुण्डलिनी जागरण में सहायक हैं। खिलाड़ियों के लिए उपयुक्त है। घुटने सुन्दर सुडौल होते हैं।

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