Prithvi Mudra Method and Benefits In Hindi

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पृथ्वी मुद्रा

इस मुद्रा के द्वारा व्यक्ति अपने शरीर के सभी खनिज तत्वों को संतुलित कर सकता है। शरीर के वज़न को यथावत् रखता हुआ शरीर को कांतिवान बना सकता है।
चित्रानुसार अनामिका अँगुली के अग्रभाग को अँगुष्ठ के अग्रभाग से स्पर्श कराएँ तो यह पृथ्वी मुद्रा बनती है।

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