Sankatasana Method and Benefits In Hindi

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संकटासन/सकटासन

शाब्दिक अर्थ: संकट यानी विपत्ति/कष्ट एवं सकट यानी शाखोट नामक पेड़।

विधि

ताड़ासन में खड़े हो जाएँ। अब बाएँ पैर को दाहिने पैर पर लपेटें और हाथों को भी ऊपर की तरफ़ ले जाकर बाएँ हाथ को दाहिने हाथ पर लपेटें (कहीं-कहीं योग शिक्षक हाथों को घुटनों पर रखने को कहते हैं) । स्वाभाविक श्वास लें। यही क्रम बदलकर करें। शरीर सीधा रखें।
श्वासक्रम/समय: स्वाभाविक श्वास-प्रश्वास करें। यथाशक्ति समय दें।
ध्यान: आज्ञा चक्र पर।।

लाभ

  • पैरों को दृढ़ता प्रदान करता है। निरंतर अभ्यास से पैरों का काँपना दूर होता है।
  • हाथों का बल बढ़ता है।
  • कमर दर्द, पीठ दर्द और हर्निया में लाभ पहुँचाता है।

नोट: गरुड़ासन भी लगभग इससे मिलता-जुलता आसन है।
सावधानी: गठिया जैसी बीमारियों वाले सावधानी पूर्वक अभ्यास करें।

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