Ashwini Mudra Method and Benefits In Hindi
अश्विनी मुद्रा
आकुंचयेद् गुदाद्वारे प्रकाशयेत् पुनः पुनः।
सा भवेदश्विनी मुद्रा शक्ति प्रबोधकारिणी।।
आश्विनी परमा मुद्रा गुह्यरोग विनाशनीं।
बलपुष्टिकरी चैव अकालमरणं हरेत् ॥ (घे.सं. 3/82-83)
विधि
सुखासन में तनाव रहित बैठिए। नेत्रों को बंद…
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