Bhujangini Mudra Method and Benefits In Hindi
भुजंगिनी मुद्रा
वक्त्रं किञ्चित्सुप्रसार्य चानिलं गलया पिवेत्।
सा भवेद् भुजङ्गी मुद्रा जरामृत्युविनाशिनी॥
यावच्च उदरे रोगमजीर्णादि विशेषतः।
तत्सर्वनाश्येदाशु यत्र मुद्रा भुजङ्गिनी॥ (घे.सं. 3/92-93)
अर्थ: मुख को फैलाकर, खोलकर गले से वायु का…
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