VESPA CRABRO Benefits, Side Effects and Uses In Hindi
बेस्पा क्रैब्रो (Vespa Crabro)
(लाइव वैस्प)
चर्म और स्त्रियों के लक्षण दर्शनीय हैं । कड़ापन का संवेदन । श्लैष्मिक झिल्ली की रक्तवाहिनी के तनाव-निर्मायक मण्डल के लक्षण ।
चक्कर, चित्त लेटने से कम । गशी, सुन्न होना और अन्धापन । मिचली और कै, बाद में रेगन । गनगनी पैर से ऊपर की तरफ आए । आँतों में ऐंठन, दर्द । ऊपर बाँह के साथ काँख की ग्रन्थियों का फूलना । खुजली के साथ लेटने पर दबा हुआ पसीनायुक्त ।
चेहरा — दर्द करें और फूला । पलकों की विसर्पयुक्त सूजन । अर्जुन रोग, घोर जलन, पीड़ा के साथ मुँह और गले का फूलना ।
मूत्र — पेशाब करते समय जलन हो, खाज भी ।
स्त्री — मासिकधर्म के पहले उदासी, दर्द, दाब और कब्ज । बाँया डिम्बाशय विशेष रूप से रोगग्रस्त, अक्सर जलन के साथ पेशाब होना, त्रिकास्थि का दर्द ऊपर पीठ में जाए । गर्भाशय के बाहरी मुँह की चारों तरफ छिलन ।
चर्म — अरुणिमा, घोर खाज, जलन । फुड़िया, चुभन और दर्दीलापन, सिरका से धोने से कम हो । चकत्ते, दाग और फूलन, साथ जलन, चुभन और दर्दीलापन । अनेक प्रकार की अरुणिमा, सिर धोने से कष्ट कम हों ।
सम्बन्ध — तुलना कीजिए : स्कार्पियो (लार अधिक, वक्रदृष्टि, अकड़न) एपिस0 ।
मात्रा — 3 से 30 शक्ति ।
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