YOHIMBINUM Uses, Benefits, Cures, Side Effects In Hindi

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योहिम्बिनम (Yohimbinum)

(कोरियेन्थी योहिम्बी)

जननेन्द्रिय को उत्तेजित करती है और केन्द्रीय स्नायुमण्डल और साँस यन्त्रों के केन्द्र पर काम करती है । बड़ी मात्रा में देने से कामोद्दीपक हैं, लेकिन उदर यन्त्रों की तीव्र और जीर्ण सूजनों में असांकेतिक है । होमियोपैथिक सिद्धांत के अनुसार जननेन्द्रिय की प्रादाहिक अवस्थाओं में लाभदायक है । दुग्ध-ग्रन्थियों में रक्ताधिक्य उत्पन्न करती है और दुग्ध-स्राव को बढ़ाती है । अत्यधिक मासिकस्राव ।

सिर — कौतूहल, चेहरे में गरम लहरें । खराब, कसैला स्वाद । अधिक लार, मिचली और डकार ।

जननेन्द्रियप्रबल और देर तक रहने वाला लिंगोत्थान, स्नायु दौर्बल्यजनित नपुंसकता, खूनी बवासीर । आंत्रिक रक्तस्राव, मूत्रमार्ग प्रदाह ।

ज्वर — अकड़न, घोर ताप, गरम लहरें और कम्प, पसीने की प्रवृत्ति ।

नींद — अनिद्रा, सारे जीवन की गुजरी बातों को सोचते रहने से जागा करें ।

मात्रा — कामोद्दीपक प्रभाव के लिए 1 प्रतिशत सोल्यूशन की 10 बूंद या सुई द्वारा 0.005 ग्राम की टिकिया । होमियोपैथिक मात्रा 3 शक्ति ।

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