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बुखार का इलाज

खसरा का होम्योपैथिक उपचार [ Homeopathic Medicine For Measles Fever ]

इस रोग का विस्तृत विवरण लिखने की अधिक आवश्यकता नहीं है, क्योंकि गृहस्थ-जन इसके लक्षण जानते हैं और माता शीतला देवी की पूजा करते हैं। यों बचपन के अनेक रोगों में यह एक प्रमुख रोग है। यह छूत का रोग माना जाता है। रोगी के कपड़ों से, हवा से यह फैल…
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होम्योपैथी में डेंगू की दवा [ Dengue Ka Homeopathic Medicine ]

डेंगू ज्वर को 'हड्डी-तोड़ बुखार' भी कहते हैं। इसका भरपूर आक्रमण प्राय: 3 दिनों तक रहता है और इतने थोड़े समय में ही रोगी की देह, हाथ, पैर और समूचे शरीर में तथा माथे में दर्द इतना अधिक होता है कि उसी से रोगी एकदम कातर हो जाता है। रोग का एकाएक…
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मलेरिया बुखार का होम्योपैथिक इलाज [ Malaria Ki Homeopathic Medicine ]

Plasmodium Malariae नामक एक तरह का जीवाणु ही इस रोग की उत्पत्ति का कारण है, यह रक्त में मिलकर रक्त-कण को दूषित बना देता है, इसलिए मनुष्य रक्तहीन हो जाता है और उसके शरीर का रंग पीला पड़ जाता है। मलेरिया-विष वायु और जल में मिलकर और कितने ही…
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मोह ज्वर का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Typhus Fever ]

यह ज्वर एकाएक आ जाता है, कितनी ही बार तो कंपकंपी होकर आता है और ज्वर का ताप क्रमशः बढ़ता-बढ़ता तीन दिनों में ही खूब ऊंचा चढ़ जाता है। इसमें पहले तेज सिरदर्द होता है, जी मिचलाता है, ऊँचा ताप, कभी ज्वर के साथ कंपकंपी, सारे शरीर में दर्द,…
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टाइफाइड का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathy Medicine For Typhoid Fever ]

इसको एंटेरिक फीवर (आंत्रिक-ज्वर या मियादी बुखार) भी कहते हैं। यदि किसी अविराम ज्वर में कपाल में भयानक दर्द, बेहोशी-सी, पेट फूलना, तलपेट दबाने पर गड़गड़ाना, कब्ज या अतिसार, जल्दी-जल्दी कमजोर होते जाना, धीरे-धीरे ज्वर का बढ़ना और विलंब से…
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Homeopathic Treatment For Remittent Fever In Hindi

प्राय: यह पहले सामान्य ज्वर के लक्षण के साथ ही होता है। इसके पश्चात अन्य ऐसे लक्षण प्रकट होते हैं, जिससे प्रभेद समझ में आ जाता है। यह ज्वर एकदम छोड़ नहीं जाता, केवल कुछ देर के लिए शरीर का ताप कुछ कम (99 डिग्री) रहता है और फिर ज्वर तेज हो…
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बुखार के लिए बेस्ट होमियोपैथी दवा [ Homeopathic Medicine For Fever ]

इस ज्वर का कोई विशेष कारण नहीं रहता, यह बहुत ही हल्के ढंग का होता है और थोड़े ही समय ठहरता है, इसमें कोई विशेष डर की बात भी नहीं रहती और प्राय: प्राणघातक नहीं होता है। सर्दी लग जाना, उत्ताप, बहुत ज्यादा खाना-पीना, अधिक परिश्रम, मन का उद्वेग…
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बुखार के प्रकार [ Types Of Fever In Hindi ]

शरीर का ताप बढ़ जाने (97-98 डिग्री से अधिक) को ही लोग साधारणत: ज्वर (बुखार) या 'Fever' कहते हैं। शरीर के किसी अंग में (या यंत्र में) प्रदाह या किसी तरह का विष रक्त के साथ मिल जाने पर ज्वर की उत्पत्ति हो जाती है। जो ज्वर एक बार छूटकर फिर आ…
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