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Chronic Diseases

त्वचा के नीचे रक्त स्राव का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Purpura ]

चोट लगने, रगड़ लग जाने अथवा किसी रोग-विकार के कारण जब त्वचा के नीचे रक्त-स्राव होता है या रक्त इकट्ठा हो जाता है, तब ज्वर आदि कई शिकायतें हो जाती हैं। अग्रलिखित औषधियां इसमें बड़ी उपकारी होती हैं — फास्फोरस 20, आर्निका 30 — यदि रोगी…
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विचर्चिका (अपरस) (त्वचा पर खुजली होना) का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Psoriasis…

यह एक त्वचीय रोग है। इस रोग में त्वचा पर लाल और गोल चिह. पड़ जाते हैं, जिन पर सफेद और चमकदार छिछड़े से चिपके होते हैं। जब त्वचा से ये छिछड़े उतरते हैं, तो रक्त निकल आता है। फिर धीरे-धीरे ये चिह बड़े होते जाते हैं और शरीर के प्रायः सभी भागों…
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मांसपेशियों में कमजोरी का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Muscular Atrophy ]

किसी अंग का सूखकर निष्क्रिय हो जाना अथवा किसी भी अंग का विशेष रूप-से बढ़ जाना; तात्पर्य यह कि एक अंग की अस्वाभाविक बढ़न तथा अन्य किसी अंग की निष्क्रियता से मांस-पेशियों का ह्रास हो जाता है, तब निम्न औषधियां लाभ करती हैं अर्जेन्टम नाइट्रिकम…
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पसलियों के बीच पेशियों में दर्द का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Pleurodynia ]

छाती की मांस-पेशियों में, पसलियों के बीच दर्द आदि की शिकायत में निम्न औषधियां देनी चाहिए चेलिडोनियम 1 — यदि छाती में पसलियों के बीच दर्द हो, तो इससे दर्द दूर हो जाता है और रोगी को राहत मिल जाती है। कैलि कार्ब 30 — श्वास लेने पर पसलियों…
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प्लेग का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Plague ]

पुराने जमाने में जब यह रोग फैलता था, तो पूरे गांव के गांव खाली हो जाते थे। एक व्यक्ति को श्मशान पहुंचाया जाता था, तब दूसरा ले जाने को तैयार मिलता था। एक के बाद एक मृत्यु होती रहती थी। इसका एक कारण यह भी था कि उस समय का चिकित्सा-क्षेत्र आज…
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जांघ की शिरा की सूजन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Phlegmasia Cerulea Dolens ]

बहुत-सी स्त्रियों की जांघ में प्रसव के पश्चात रक्त का अवरोध हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप जांघ और टांग में प्रदाह हो जाता है। इसका प्रमुख कारण प्रसव के समय की काट-पीट से शिरा में विष का संचार होना होता है। यह रोग प्रसव के एक-डे मप्ताह बाद…
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दर्द नाशक का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Pain Killer ]

दर्द कोई स्वतंत्र रोग नहीं है, बल्कि यह दूसरे रोगों का कारण मात्र है। पेट की खराबी, कब्ज, मानसिक-अवसाद, खिन्नता अथवा किसी प्रकार की चोट आदि के लगने से भी प्रायः दर्द हो जाया करता है। स्वास्थ्य के बिगड़ जाने के कारण भी शरीर में कहीं न कहीं…
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भोजन प्रणालिका की जलन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Oesophagitis ]

गले से पेट तक जाने वाली प्रणालिका को "इसोफेगस" कहते हैं। जब पानी पीने या भोजन को निगलने में कठिनाई होती है, तब इसोफेगस में बेहद जलन का अनुभव होता है। इन लक्षणों में निम्नलिखित औषधियां लाभप्रद होती हैं। साइक्यूटा 30 — कुछ भी खाया-पिया…
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सुन्नपन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Numbness (Anesthesia) ]

जब शरीर के अंगों में रक्त का संचार शिथिल हो जाता है, तब अंग सुन्न पड़ने लगते हैं। इससे अंगों में सूजन भी आ सकती है तथा पक्षाघात आदि का भय भी बना रहता है, इसलिए जितना जल्दी हो, इस रोग से मुक्ति पा लेनी चाहिए। प्लम्बम 30 — अंगों में सुन्नपन,…
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पैरों में दर्द होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Pain in the Legs ]

गुआएकम 6 — यह औषधि पैरों के दर्द में उपयोगी है। यह पिंडलियों के दर्द, कमरदर्द तथा गृध्रसी (शियाटिका) में भी लाभप्रद है। कभी-कभी गिट्टे से दर्द उठकर टांग की ओर जाता है, जिस कारण रोगी लंगड़ाकर चलता है। यह सभी प्रकार की वात-व्याधि में उपयोगी…
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