मुंह में खराब स्वाद का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Bad Taste in Mouth ]

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यदि किसी का मुंह का स्वाद बिगड़ा हो, किसी भी पदार्थ का सेवन करने पर कोई स्वाद नहीं आता, तो यह भी एक प्रकार का रोग ही है। स्वाद बिगड़ा हो, तो स्वास्थ्य खराब हो जाता है, इसलिए स्वाद को बनाए रखना बहुत आवश्यक है।

नक्सवोमिका 3 — दूध पीने के बाद गंदा स्वाद आना, भोजन तथा पानी का खट्टा स्वाद आए, तो हरेक 4 घंटे के अंतर से दें।

बेलाडोना 3 — जो कुछ भी खाया-पिया जाए, सभी में नमकीन जैसे स्वाद की अनुभूति हो, तो यह प्रति 4 घंटे के अंतर से दें।

हाइड्रस्टिस 3 — मुंह का स्वाद अजीब-सा रहे, किसी चीज में उसके खाने का स्वाद न आए। यह औषधि भी प्रत्येक 4 घंटे के अंतर से दें।

नैट्रम म्यूर 6 या नाइट्रिक एसिड 6 — भोजन के पश्चात कुल्ला आदि करने के बाद भी खाने का स्वाद बना रहे, तो दोनों में से किसी भी एक औषधि को 4 घंटे के अंतराल पर दें।

कैम्फर 3 — जो भी वस्तु खायी जाए, उस वस्तु का तेज स्वाद आना। यह औषधि भी 4 घंटे के अंतर से देनी चाहिए।

नैट्रम म्यूर 6; कैम्फर 3; चायना 3; पल्सेटिला 3 — ये सभी औषधियां भोजन के कड़वे स्वाद को दूर करने वाली हैं। किसी भी एक औषधि का चुनाव करके 4-4 घंटे के बाद सेवन करें।

मर्क सोल 6 — किसी भी प्रकार की रोटी खाई जाए, लेकिन उसे खाने के बाद उसमें स्वाद मीठा ही आए, तब यह औषधि प्रति 4 घंटे प्रयोग करें।

क्यूप्रम 6 — खाने में झाग का-सा, मीठा-सा, धातु का-सा स्वाद हो तो इस औषधि का प्रयोग करें।

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