गुदाद्वार के पास मस्से निकने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Condyloma, Genital warts ]

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थूजा 3 — इस मस्से की शक्ल फूल गोभी जैसी दटी-कटी या अंजीर जैसी होती है। रोगी को खुले भाग में पसीना आता है। मस्से की उत्पत्ति का कारण शरीर में छिपा गोनोरिया का विष होता है। इस औषधि को प्रातः 6 घंटे दें तथा इसका मूल-अर्क सुबह-शाम मस्से पर लगाएं। यह मस्से की सबसे प्रमुख औषधि है।

कॉस्टिकम 30 — इसका मस्सा फूल गोभी की तरह कटा-कटा न होकर एकजान होता है, नोकीला होता है। इसमें यह औषधि उपयोगी है।

नाइट्रिक एसिड 30 — मस्सा खूब बढ़ता जाता है, फूल गोभी की शक्ल का होता है, जरा से ही में रक्त बहने लगता है। इस औषधि को प्रति 6 घंटे दें।

मैडोराइनम 1M — गुदा के पास मस्सा होने पर इस औषधि की {Mi शक्ति की मात्रा सप्ताह में 2-3 बार देनी चाहिए।

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