जोड़ों का दर्द का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Joint Pain ]
चलने-फिरने या हरकत करने से जोड़ों का कड़कना अथवा जोड़ों में शोथ होकर पानी भर जाना, यह वात-व्याधि नहीं है, बल्कि इसे “सिनोवाइटिस” कहते हैं। यह घुटने के जोड़ को हड्डी या गिट्टे की हड्डी के जोड़ में पानी भर जाने के कारण होता है।
बेनजोइक एसिड 3x, 6 — यदि गठिया के जोड़ कड़कते हों और मूत्र से गंध-सी आए, तब दें।
थूजा 3x, 30 — यदि हाथ या पैर हिलाने से जोड़ कड़कते हों, तो 4 घंटे में एक बार इस औषधि का प्रयोग करें। अवस्था के अनुसार औषधि की शक्ति का निर्धारण करें।
अर्जेन्टम नाइट्रिकम 6 — यदि कूल्हे की हड्डी में कड़कने के साथ पीड़ा हो, तो इसे सेवन कराएं।
जिंसेन्ग (मूल-अर्क) 3 — चलने-फिरने या हरकत करने से जोड़ कड़कते हों, तब प्रयोग करें।
गुआएकम (मूल-अर्क) 6 — गठिया के रोगियों के जोड़ों के कड़कने पर उपयोगी है।
कॉस्टिकम 3, 30 — यदि गठिया के जोड़ टेढ़े-मेढ़े हो जाएं, तब यह देनी चाहिए।
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