गुदा में अबुर्द का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Polypus in Rectum ]

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ट्युक्रियम 1 — इस औषधि का प्रयोग गुदा के अर्बुद में किया जाता है। गुदा-द्वार में बेहद खुजली होती है, रात में सोते समय गुदा-द्वार में चिरमिराहट होती है, कृमि चलते हुए से महसूस होते हैं; रात को कष्ट बढ़ जाता है। सवेरे मल-त्यागने के पश्चात गुदा में कृमियों के रेंगने का अनुभव होता है, जिससे खुजली बढ़ जाती है। इन लक्षणों में यह औषधि उपयोगी है।

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