सूतिकोन्माद (गर्भवती स्त्री को पागलपन के दौरे पड़ना) का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Puerperal Mania ]

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बुद्धि का भ्रम, निरर्थक बकना, घर के लोगों को मारने-काटने दौड़ना आदि इस रोग के प्रधान लक्षण हैं। प्रसव के बाद या पहले बल-क्षय आदि कारणों से ऐसा पागलपन हो जाता है।

हायोसायमस 3 — साधारण पागलपन या हंसने-खेलने के भाव वाले लक्षण में।

स्टैमोनियम 3 — गहरे पागलपन, जैसे तेज प्रलाप, क्रोध, काटने-दौड़ने और अकेली या चुप रहने की इच्छा न होना, निर्लज्जभाव आदि लक्षणों में यह औषधि बहुत लाभप्रद है।

कैनाबिस इंडिका 6 — उच्च भावपूर्ण प्रलाप या अकेली और अंधेरे में रहने की इच्छा, रह-रह कर रोगिणी की शारीरिक-मानसिक क्रिया का निस्तब्धता के लक्षण में उपयोगी है।

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