सिर में चक्कर आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Vertigo ]

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जिस रोगी के सिर में चक्कर आते हैं, उसे ऐसा प्रतीत होता है मानों उसका पूरा शरीर हिल रहा है अथवा उसके चारों ओर सब कुछ घूम रहा है, दरवाजे और खिड़कियां आदि सब। एकाएक उठ खड़े हो जाने पर रोगी की आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है, सब कुछ घूमता प्रतीत होता है। कभी-कभी तो रोगी चक्कर खाकर गिर पड़ता है। मस्तक में रक्त की कमी या रक्त-संचय के कारण इस रोग की उत्पत्ति होती है।

बहुत अधिक पढ़ने-लिखने, इंद्रिय-सेवन करने, नशीली वस्तुओं का आदि हो जाना, रात्रिकाल में देर तक जागरण करना, मस्तक पर चोट लगने, अजीर्ण, मस्तिष्क, हत्पिण्ड या मूत्रग्रंथि के रोग आदि कारणों से भी यह रोग उत्पन्न हो जाता है। लक्षणानुसार मूल-रोग की चिकित्सा करने से रोग का शमन हो जाता है।

जेलसिमियम 3 — साधारण सिर के चक्करों में उपयोगी है।

बोरेक्स 6 — रोगी को डर होता है कि शायद वह उलटकर गिर पड़ेगा।

कोनायम 3 या नैट्रम म्यूर 6 — सोने के समय सिर में चक्कर आने लगे।

कोएक्स 3x — प्लीहा के कारण सिर में चक्कर आने पर।

चायना 3 या नैट्रम-सैलेसिलिक 3 — बहरेपन के साथ सिर में चक्कर और कान में अनेक प्रकार के शब्द होने के लक्षण में।

लैकेसिस 6 — नींद खुलने पर सिर में चक्कर आता हो या कुछ देर बाद में आता हो।

स्नायविक सिरोघूर्णन — मस्तिष्क के बहुत से रोगों के कारण सिर में चक्कर आने पर काफिया 6, नक्स-मस्केटा 3, इग्नेशिया 3, जिंकम 3, 30, थिरिडियन 30, वमन अथवा मिचली के कारण सिर में चक्कर, सामान्य चलने-फिरने या आंखें बंद करने पर चक्करों का बढ़ना-ऐम्ब्रा 3।

नेत्ररोग के कारण सिर में चक्कर — बहुत देर तक आंखें खोले रखने या फैलाने के कारण सिर में दर्द होने पर रूटा 1, 3; आंखों की पुतलियां और पेशियां सिकुड़ने पर फाइसस्टिग्मा 3।।

कर्णरोग के कारण सिर में चक्कर — कॉस्टिकम 30, जेलसिमियम 6, 30, स्टैमोनियम 3x, 30।

आंतों की गड़बड़ी के कारण चक्कर — कॉस्टिकम 3, नक्सवोमिका 30, ब्रायोनिया 6।।

रक्त-स्वल्पता के कारण चक्कर — सवेरे के समय सिर में चक्करों का आरंभ होना, भोजन आदि के बाद चक्करों का आना-बैराइटा-कार्ब 12, लाइकोपोडियम 30 या सिलिका 30 इसकी श्रेष्ठ औषधियां हैं।

रक्त की अधिकता के कारण चक्कर — बेलाडोना 3x, 30, नक्सवोमिका 6, आर्निका 3, जेन्स 1, ग्लोनाइन 3, काक्युलस 3, नैट्रम म्यूर 12, विचूर्ण 200 या लैकेसिस 6 इस रोग की उत्तम औषधियां हैं। हल्का भोजन तथा थोडे परिश्रम से लाभ होता है। यदि सिर झुकाने पर चक्कर आता हो, तो कैल्केरिया कार्ब 6, 200, ब्रायोनिया 30 या सिपिया 200 का प्रयोग करें।

स्नायविक-दुर्बलता के कारण सिरदर्द — फास्फोरस 3, एसिड फॉस 30, चायनी 3 या साइक्यूटा 6 इस रोग की अति उत्तम औषधियां हैं।

सामने की ओर गिर जाने पर चक्कर — स्पाइजेलिया 30, साइक्यूटा 6।

पीछे की ओर गिरने पर चक्कर — ब्रायोनिया 6, नक्सवोमिका 200, रसटॉक्स 30।

रोगी के लिए उत्तेजक पदार्थ खाना-पीना मना है। शुद्ध वायु का सेवन, ठंडे पानी से स्नान, शीघ्र पचने वाली और पौष्टिक चीजें खाना उचित है।

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