छाती में रक्त संचय का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Chest Congestion ]

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आलस्य का जीवन बिताने, भूख में खूब ढूंस-ठूस कर पेट भरने, अधिक सिगरेट या शराब पीने की आदत से फेफड़ों में रक्त-संचय की शिकायत हो जाए, तब निम्न औषधियां लाभ पहुंचाती हैं।

फास्फोरस 3 — रोगी तंद्रा में रहे, काला या जंग के से रंग का कफ फेफड़ों से निकले, फेफड़ों में रक्त-संचित हो, तब इस औषधि को देने से उपकार होता है। हर आधा घंटा में दें।

कार्बोवेज 6 — फेफड़ों के कष्ट में रोगी ठंडा पड़ जाए, नीला पड़ जाए, अत्यंत म्लान हो जाए, तब इसका प्रयोग करना चाहिए। इसे 6 शक्ति में प्रति 2 घंटे दें।

एकोनाइट 30 — रोगी को श्वास लेने में कठिनाई, परेशानी और बेचैनी होती है। गरम तथा खुश्क त्वचा, थोड़ी-थोड़ी तथा बारम्बार आने वाली खांसी होने पर फेफड़ों में रक्त-संचय की दशा में जब अभी न्युमोनिया ने पूर्ण रूप धारण न किया हो, तब इसे देने से लाभ होता है।

सल्फर 30 — यदि एकोनाइट से लाभ न हो, तो यह देनी चाहिए।

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