जीभ के नीचे का फोड़ा का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Ranula ]

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पान, गुटका, खैनी या अन्य प्रकार के तंबाकू के सेवन से कभी-कभी जिल्ला के नीचे ट्यूमर हो जाता है, जो कैंसर को जन्म देता है, इसलिए जैसे ही ट्यूमर की उत्पत्ति हो, औषधि द्वारा उसका उपचार कर देना चाहिए और उसे घातक नहीं होने देना चाहिए।

मर्क सोल 6 — यदि जिह्म का ट्यूमर बड़ा और कड़ा हो, तब इस औषधि से लाभ होता है। यह औषधि थूजा के पर्याय-क्रम में भी दी जा सकती है। यानी एक दिन मर्क सोल और दूसरे दिन थूजा दें। इस प्रक्रिया से लाभ अतिशीघ्र होता है।

थूजा 3 — जिह्वा के नीचे ट्यूमर हो जाने पर यह औषधि उपयोगी है। यदि जिह्वा और मुख की शिराएं उभर आएं, तब प्रति 2 घंटे यह औषधि दें। इससे बड़ा उपकार होता है।

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