Kala Bhairavasana Method and Benefits In Hindi

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काल भैरवासन

शाब्दिक अर्थ: काल का मतलब विनाश या समय। भैरव का अर्थ भयानक या उग्र। यह भगवान शिव के आठ रूपों में से एक है।
विशेष: इसकी कई विधियाँ हैं। जैसा कि नाम से इंगित है, यह आसन कालभैरव जी का है। भारत में कालभैरव जी की तरह-तरह की मुद्राओं वाली प्रतिमाएँ मिलती हैं।

विधि

यहाँ उनकी मुद्रा चित्रानुसार है। पहले सीधे खड़े हो जाएँ। दोनों पैरों में लगभग 1 फ़ीट का अंतर रखें। एक पैर दूसरे पैर के पीछे होना चाहिए। हाथों को या तो ऊपर कर लें या फिर आगे-पीछे। आँखें अपलक निहारती हुई और जीभ थोड़ी बाहर निकली हुई हो।
समय: 3 से 5 मिनट अभ्यास करें।
ध्यान: श्वास की तरफ़ ध्यान दें एवं ध्यान करें कि समस्त क्रोध बाहर जा रहा है और आध्यात्मिक आनंद अंदर आ रहा है।

लाभ

  • शरीर में दृढ़ता आती है।
  • आँखों की ज्योति बढ़ती है।
  • साधक के अंदर निर्भयता आती है, साहस बढ़ता है।
  • वक्षःस्थल चौड़ा व मज़बूत होता है।

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