Tiger Pose, Vyaghrasana Method and Benefits In Hindi

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व्याघ्रासन

विधि

मार्जारी आसन लगाएँ। सिर को उठाकर सामने की तरफ़ देखें। अपने दाहिने पैर को पीछे की तरफ़ लम्बवत् करें। घुटने से मोड़ते हुए पैर को सिर की तरफ़ लाएँ।
अब इसी उठे हुए पैर के घुटने को नीचे लाते हुए सीने से लगाएँ एवं सिर को झुकाते हुए नाक को घुटने से स्पर्श कराएँ। इस अभ्यास में मेरुदण्ड ऊपर की तरफ़ उठ जाएगा। दूसरे पैर से उपरोक्त क्रिया दोहराएँ।
श्वासक्रम/समय: यही क्रिया कम से कम 3 से 5 बार करें। पैर पीछे लम्बवत् करते समय श्वास लें। घुटना ऊपर मोड़ते समय कुंभक करें एवं नाक से घुटना मोड़ते समय श्वास छोड़ें।
विशेष: घुटने को सीने से लगाते समय पंजे को ज़मीन से स्पर्श न होने दें।

लाभ

  • महिलाओं के लिए अति लाभकारी एवं उनके प्रजनन अंगों को पुष्ट करता है। गर्भावस्था के (कुछ महिनों) बाद महिलाएँ इस क्रिया को कर लाभ प्राप्त कर सकती हैं।
  • साइटिका वाले रोग इस आसन को क्रमशः अभ्यास कर निरोगता प्राप्त कर सकते हैं।
  • मेरुदण्ड को लचीला एवं पाचनतंत्र सुचारू करता है।
  • पेट, जंघा, एवं नितंबों को सुडौलता प्रदान करता है।

नोट: द्वितीय प्रकार का वर्णन आगे के पृष्ठ पर किया गया है।

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