Varun Mudra Method and Benefits In Hindi

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वरुण मुद्रा

यह मुद्रा जल तत्व का प्रतीक है। शरीर में जल तत्व की कमी होने के कारण शरीर में रक्त-विकार, रूखापन आदि कई बीमारियाँ जन्म ले लेती हैं। अतः विकार दूर करने के लिए वरुण मुद्रा का प्रयोग किया जाना चाहिए।
इस मुद्रा के लिए कनिष्ठा अँगुली के अग्रभाग को (चित्रानुसार) अँगुष्ठ के अग्रभाग से मिलाने पर इस मुद्रा का निर्माण होता है।

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