XEROPHYLLUM Homeopathic Medicine Treatment and Side Effects In Hindi

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जेरोफाइलम (Xerophyllum)

(टैमालपेस लिली । वास्केट ग्रास फ्लावर)

अकौता सम्बन्धित बाधाओं में, ओक विष में और आन्त्र-ज्वर की आरम्भिक अवस्थाओं इत्यादि में लाभकारी सिद्ध होना चाहिए ।

मन — मन्द पढ़ने में चित्त न जमा सके, नामों को भूलना, शब्द का अन्तिम अक्षर पहले लिखे, मामूली शब्दों के अक्षरों को भी अशुद्ध लिखे ।

सिर — भरा मालूम हो, कसा हुआ, माथे के आर-पार दर्द आँखों के ऊपर । नाक की जड़ पर बहुत दाब । चकित होना, अचेतनता । अपकन सिर दर्द ।

आँखें — दर्दीली, बालू जैसी किरकिराये, निकट से देखने में अकेन्द्रित, दर्द और जलन हो ।

नाक — भरी हो, नाक के पुल पर कसापन, नाक का तीव्र जुकामी स्राव ।

चेहरा — सुबह के समय फूला हुआ । आँखों के नीचे थुलथुला ।

आमाशय — भारी और भरा मालूम दे । खट्टी डकार, घृणित, तीसरे पहर के नाश्ते के बाद और दिन के पूरे खाने के बाद । 2 बजे तीसरे पहर कै होना ।

उदर — आँतों में बादी भरना । सुबह आँतों में गुड़गुड़ाहट, पाखाना मालूम हो ।

मलाशय — कब्ज, मल कड़ा, छोटे ढोंके । कठिन, ढीला मल, बहुत कूंथन के साथ, अधिक वायु । मलाशय में धंसन दर्द ।

मूत्र — रुक न सके, टहलने पर टपकता रहे । रात में कई बार ।

स्त्री — धंसन संवेदना । योनिघुण्डी सूजी हुई, अति खाज । मैथुन इच्छा अधिक, डिम्बाशय और जरायु पीड़ा और प्रदर के साथ ।

साँस-यन्त्र — पिछला भाग कच्चा, गाढ़ा, पीला श्लेष्मा निकले । छींकें आना, कण्ठनली में दर्द, ढोकेदार सिकुड़न ।

पीठ — त्रिकास्थि से कन्धास्थि तक गरम लगे । पीठ दर्द टाँगों तक उतरे । गुर्दों में दर्द । रीढ़ के नीचे तक गरमी ।

अंग — पेशिक लँगड़ापन, कम्प । घुटनों में दर्द । अंग कड़े मालूम हों (रस टॉ.)

चर्म — छाले पड़ने और तीव्र खाज, गढ़न, जलन के साथ लाल चकते । छालेदार स्फोट, छोटे ढोंके । चर्म खुरदरा और चिटका, पके चमड़े की तरह लगे । चर्म — प्रदाह खासकर घुटनों के चारों तरफ । ओक विष की तरह सूजन । पट्ठे की ग्रन्थियाँ और घुटने के पीछे फूलन ।

घटना-बढ़ना — बढ़ना : ठण्डा पानी लगने से, तीसरे पहर और शाम को ।

घटना : गरम पानी लगने से, सुबह को रोगग्रस्त भाग हिलाने से ।

सम्बन्ध — तुलना कीजिए : रस टॉ., एनाकार्डि, ग्रिण्डेलिया ।

मात्रा — 6 शक्ति या उससे ऊँची ।

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