ZINGIBER OFFICINALE Homeopathy Uses and Side Effects In Hindi

3,985

जिंजिबर (Zingiber)

(जिंजिबर)

पाचन-मार्ग, जननेन्द्रिय यन्त्र और साँस बाधाओं में इसका प्रयोग करना चाहिए । गुर्दों की पूर्ण कार्यहीनता ।

सिर — अर्धकपाली, एकाएक आँखों के आगे टिमटिमाहट, गड़गड़ाहट और खालीपन मालूम हो । भौंवों के ऊपर दर्द ।

नाक — रुकी जान पड़े और सूखापन मालूम हो । असहय खुजली और दाने ।

आमाशय — खाने का स्वाद देर तक रहे खासकर रोटी और टोस्ट का । भारी जान पड़े, पत्थर जैसा । खरबूजा खाने से और गन्दा पानी पीने से रोग उत्पन्न हो । अम्लता । (कैल्केरिया, रोबिनिया) । जागने पर पेट में भारीपन, वायु और गड़गड़ाहट, अधिक प्यास और खालीपन के साथ । पेट के गड्ढे से वक्षास्थि के निचले भाग में दर्द-खाने से बढ़े ।

उदर — शूल, दस्त, बहुत ढीली आँतें । खराब पानी पीने से दस्त, साथ में अधिक वायु आना, कटन दर्द, संकोचन छल्लों का ढीलापन । गर्भावस्था में गुदा में गरमी, छरछराहट, दर्दीलापन । जीर्ण आंत्र नजला । गुहाद्वार लाल, लाल सूजा । खूनी बवासीर, गरम, दर्दीली, छरछराती । (एलो) ।

मूत्र — बहुत बार पेशाब लगना । लिंग-छिद्र में चुभन, जलन । मूत्रमार्ग से पीला स्राव । पेशाब गाढ़ा, गँदला, तीखी गन्ध का दबा हुआ । आंत्र ज्वर के बाद पेशाब का बिल्कुल रुक जाना । पेशाब करने के बाद देर तक बूंद-बूंद टपका करें ।

पुरुष — लिंग-पटल की खुजली । काम-इच्छा की उत्तेजना, पीड़ाजनक लिंगोत्थान । वीर्य-स्खलन ।

साँस-यन्त्र — आवाज भारी । स्वरयन्त्र के नीचे फड़कन, साँस लेना कठिन । दमा, चिन्तारहित, सुबह में अधिक हो । गले में खुरचन, सीने में चिलकन । खाँसी सूखी व कष्टदायी, सुबह को अधिक बलगम आए ।

अंग — सभी जोड़ों में बहुत कमजोरी । पीठ का लँगड़ापन । तलवों और हथेलियों में ऐंठन ।

सम्बन्ध — तुलना कीजिए : कलेडि. ।

क्रियानाशक — नक्स. ।

शक्तिक्रम — 1 से 6 शक्ति ।

Comments are closed.