सर्दी से जुकाम का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Cold Catarrh ]
सर्दी से जुकाम हो जाना एक आम बात है, किंतु कभी-कभी सर्दी से वायुनली में सूजन आ जाती है, इससे जुकाम, खांसी और ज्वर आदि भी हो जाया करता है। जुकाम के साथ-साथ खांसी की शिकायत भी हो जाती है।
आर्सेनिक 3 — यदि सर्दी के दिनों में या सर्दी के कारण जुकाम हो जाए, तो इस औषधि को 3 शक्ति में हरेक 2 घंटे के अंतर पर दें।
नैट्म म्यूर 6 — सर्दी के जुकाम में इस औषधि को प्रति 2 घंटे दें।
नक्सवोमिका 30, 200 — जुकाम का प्रभाव छाती पर पहुंच जाता है। जुकाम और सर्दी की अधिकता के कारण ज्वर भी हो जाए, तब यह लाभकारी है।
ब्रायोनिया 30 — अधिकांश होम्योपैथ जुकाम और खांसी आदि में एकोनाइट या बेलाडोना दे देते हैं और समझते हैं कि उन्होंने उचित औषधि दी है, किंतु चिकित्सक को समझना चाहिए कि जैसे रोग के आने और जाने की गति होती है, वैसे ही औषधि में भी रोग के प्रकट होने और नष्ट होने की गति होती है। एकोनाइट के रोगी को ठंड लगने से जुकाम हो जाता है। बेलाडोना में भी ऐसा होता है किंतु ब्रायोनिया में पहले सर्दी लगती है, फिर नाक बहने लगती है और जुकाम हो जाता है, इसलिए रोगी को जुकाम में एकोनाइट और बेलाडोना के स्थान पर ब्रायोनिया देनी चाहिए।
कैल्केरिया कार्ब 6 — यदि किसी स्त्री को अक्सर जुकाम की शिकायत बनी रहती है। उसे मासिक-धर्म भी बार-बार और विपुल मात्रा में होता रहता है, तब उसे कैल्केरिया कार्ब 6 शक्ति में देनी चाहिए।
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