लार टपकने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Salvation ]
मर्क सोल 30 — सैलाइवा से मुंह तर रहता है, फिर भी प्यास बहुत ज्यादा लगती है। सैलाइवा का बहुत अधिक बढ़ जाना इस औषधि का प्रमुख लक्षण है।
पल्सेटिला 30 — सैलाइवा बहुत अधिक मात्रा में निकलता है।
जैबोरेंडी 3 — बहुत अधिक पसीना आना तथा खूब लार टपकना। लार ऐसी होती है, जैसे अंडे की सफेदी; शरीर के हरेक भाग से अत्यधिक पसीना आता है।
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